कारोबार और धन की मुश्किलें दूर करने ज्येष्ठ पूर्णिमा पर करें ये उपाए
ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि सबसे शुभ तिथियों में से एक मानी जाती है। इस तिथि पर...
ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि सबसे शुभ तिथियों में से एक मानी जाती है। इस तिथि पर भगवान चंद्र अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण होते हैं। इसके साथ ही उनकी किरणें धरती पर समृद्धि और सौभाग्य प्रदान करती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन गंगा स्नान, दान-पुण्य, सत्यनारायण व्रत, चंद्रमा को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है।
इस बार ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा 22 जून, 2024 को मनाई जाएगी, तो आइए इस दिन किए जाने वाले कुछ चमत्कारी उपायों को जानते हैं –
धन-दौलत के लिए
यदि आप देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन उनकी पूजा अवश्य करनी चाहिए। इसके साथ ही हाथ में लाल या फिर गुलाबी रंग का पुष्प लेकर उनसे धन और सौभाग्य के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। इसके पश्चात उन्हें वह पुष्प अर्पित कर देना चाहिए।
दरिद्रता दूर करने के लिए
यदि आप आर्थिक तंगी से लगातार जूझ रहे हैं, तो आपको ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन लाल रंग के वस्त्र में सवा किलो चावल रखकर उसकी पोटली बनानी चाहिए। इसके बाद 'ॐ श्रीं श्रीये नम:' मंत्र का जाप भाव के साथ करना चाहिए। फिर उस पोटली को अपनी तिजोरी या फिर जहां भी आप अपना धन रखते हो वहां रख देना चाहिए।
कारोबार में बरकत के लिए
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन धन की देवी को 11 कौड़ियां चढाएं। इसके बाद उन्हें हल्दी का तिलक लगाएं। अगले दिन सुबह उन कौड़ियों को एक लाल रंग के वस्त्र में लपेटकर तिजोरी में छिपाकर रख दें। इस उपाय को करने से कारोबार में सफलता मिलेगी।