सतनामी समाज का बलौदाबाजार में उग्र प्रदर्शन, कलेक्टर-एसपी दफ्तर में तोड़फोड़-आगजनी

दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी : एसपी सदानंद कुमार रायपुर। गिरौदपुरी के जैतखाम में आक्रोशित सतनामी समाज के लाेगों ने सोमवार को बलौदाबाजार में उग्र प्रदर्शन किया. कलेक्ट्रेट-एसपी दफ्तर का घेराव कर उसे आग के हवाले कर दिया. आक्रोशित भीड़ ने कलेक्टोरेट परिसर में खड़ी सैकड़ों गाड़ियों सहित दमकल की दो गाड़ियों पर आग लगा दी. अधिकारियों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की. वहीं इस मामले में गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि पूरे मामले की न्यायिक जांच की जाएगी. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सीएम हाउस में आपात बैठक बुलाई. छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में सतनामी समुदाय के प्रदर्शन के दौरान सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसके बाद भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव और गाड़ियों में तोड़फोड़ के बीच कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में आगजनी की। इसके बाद लोगों की पुलिस और कर्मचारियों के साथ झड़प भी हुई। जानकारी के मुताबिक 15 मई की देर रात सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास मौजूद दशहरा मैदान में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं और पुलिस दोषियों को बचा रही है। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए। दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी : एसपी सदानंद कुमार कलेक्टर और एसपी दफ्तर में आगजनी की घटना के बाद आसपास के जिलों से पुलिस बल बुलाया गया है. इस मामले में एसपी सदानंद कुमार ने कहा है कि घटना का वीडियो हमारे पास है. इसके आधार पर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. वहीं रायपुर रेंज आईजी अमरेश कुमार मिश्रा भी घटना स्थल पहुंचे हैं. इस मामले में एसपी सदानंद कुमार ने कहा है कि समाज के पदाधिकारियों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आश्वासन दिया था. तीन से 4 हजार लोग आने की बात कही गई थी पर इससे ज्यादा 5 से 6 हजार लोग पहुंचे थे. एसपी ने बताया कि पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था थी. 500 बल तैनात किए गए थे. उपद्रवियों ने बैरिकेड को तोड़कर सरकारी दफ्तरों में आग लगाई. प्रदर्शन के दौरान पथराव भी किया, जिसमें कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं. आगजनी से कितनी गाड़ियां जली है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है.

सतनामी समाज का बलौदाबाजार में उग्र प्रदर्शन, कलेक्टर-एसपी दफ्तर में तोड़फोड़-आगजनी

रायपुर: गिरौदपुरी के जैतखाम में आक्रोशित सतनामी समाज के लाेगों ने सोमवार को बलौदाबाजार में उग्र प्रदर्शन किया. कलेक्ट्रेट-एसपी दफ्तर का घेराव कर उसे आग के हवाले कर दिया. आक्रोशित भीड़ ने कलेक्टोरेट परिसर में खड़ी सैकड़ों गाड़ियों सहित दमकल की दो गाड़ियों पर आग लगा दी. अधिकारियों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की. वहीं इस मामले में गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि पूरे मामले की न्यायिक जांच की जाएगी. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सीएम हाउस में आपात बैठक बुलाई. छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में सतनामी समुदाय के प्रदर्शन के दौरान सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसके बाद भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव और गाड़ियों में तोड़फोड़ के बीच कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में आगजनी की। इसके बाद लोगों की पुलिस और कर्मचारियों के साथ झड़प भी हुई। जानकारी के मुताबिक 15 मई की देर रात सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास मौजूद दशहरा मैदान में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं और पुलिस दोषियों को बचा रही है। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए। दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी : एसपी सदानंद कुमार कलेक्टर और एसपी दफ्तर में आगजनी की घटना के बाद आसपास के जिलों से पुलिस बल बुलाया गया है. इस मामले में एसपी सदानंद कुमार ने कहा है कि घटना का वीडियो हमारे पास है. इसके आधार पर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. वहीं रायपुर रेंज आईजी अमरेश कुमार मिश्रा भी घटना स्थल पहुंचे हैं. इस मामले में एसपी सदानंद कुमार ने कहा है कि समाज के पदाधिकारियों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आश्वासन दिया था. तीन से 4 हजार लोग आने की बात कही गई थी पर इससे ज्यादा 5 से 6 हजार लोग पहुंचे थे. एसपी ने बताया कि पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था थी. 500 बल तैनात किए गए थे. उपद्रवियों ने बैरिकेड को तोड़कर सरकारी दफ्तरों में आग लगाई. प्रदर्शन के दौरान पथराव भी किया, जिसमें कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं. आगजनी से कितनी गाड़ियां जली है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है.