प्रेमा को प्रधानमंत्री आवास योजना से मिला आशियाना

योजना के तहत पक्का घर बनाने 2 लाख 26 हजार रूपए की मिली आर्थिक सहायता राजनांदगांव। राजनांदगांव नगर पालिक निगम के वार्ड क्रमांक 1 बाबूटोला निवासी श्रीमती प्रेमा सोनकर अपने दो बच्चों के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना के घटक मोर जमीन मोर मकान के तहत बने पक्के घर में खुशी-खुशी जीवन यापन कर रही है। श्रीमती प्रेमा ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का घर बनाने के लिए 2 लाख 26 हजार रूपए की राशि मिली है। जिससे वे अपना स्वयं का घर बना पाई है। श्रीमती प्रेमा ने बताया कि पति से विवाह विच्छेद होने के बाद उन्हें आजीविका चलाने में दिक्कत हो रही थी। अपनी आजीविका के लिए वे नगर पालिक निगम में डोर-टू-डोर कचरा सेंटर सुपरवाईजर के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं। श्रीमती प्रेमा स्वच्छता दीदी के रूप में काम करते हुए थोड़े-थोड़े पैसे एकत्रित कर उन पैसों से एक छोटी सी जमीन खरीदी और उसी जमीन पर प्रधानमंत्री आवास योजना के घटक मोर जमीन मोर मकान के तहत अपने आशियाने को बनाया और सजाया भी। श्रीमती प्रेमा बताती है कि जब वह किराए के घर में रहती थी, तो उसे सदैव चिंता का विषय बना रहता था कि किराए के घर को खाली करने, समय पर किराया न देने पर भय बना रहता था। किराये के मकान से परेशान होकर अपना स्वयं का घर बनाने की इच्छा थी। प्रेमा अपनी सोच को साकार करने के लिए कुछ वर्षों बाद जमीन खरीद कर अपने नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवेदन किया, आवास की स्वीकृति आने पर प्रेमा ने थोड़े बहुत पैसे कहीं से उधार लेकर उस राशि को अंशदान के रूप में आवास निर्माण के समय लगा कर आज एक सुन्दर सुविधायुक्त अच्छा आवास का निर्माण करवाया है। प्रधानमंत्री आवास योजना सपनों को पूरा करने की कुंजी है, आज प्रेमा टाइल्स लगे सुंदर व्यवस्थित किचन वाले घर में रहते हुए अपने दोनों बच्चों के भविष्य को संवारने की बात कहती है, रोटी, कपड़ा और मकान तीनों मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए शासन ने सहयोग किया है। श्रीमती प्रेमा ने बताया कि वे शासन की बहुत सारी योजनाओं का लाभ ले रही हैं। महतारी वंदन योजना के तहत प्रतिमाह राशि मिल रही है। जिसे वे अपनी पुत्री के नाम से 500 रूपए सुकन्या योजना के खाते में जमा करती हैं और कुछ राशि अपने बेटे के नाम पर राशि भविष्य के लिए जमा करती हैं। श्रीमती प्रेमा ने कहा कि स्वच्छता योजना से रोजगार, सर्व शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाई, शासन की उज्ज्वला योजना के माध्यम से रसोई गैस, अमृत मिशन योजना से स्वच्छ पेयजल और शासन की नि:शुल्क खाद्यान्न योजना का लाभ मिल रहा है। श्रीमती प्रेमा ने कहा कि उनको शासन-प्रशासन से आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक रूप से सहयोग मिला है इसके लिए उन्होंने केन्द्र एवं राज्य शासन को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया है।

प्रेमा को प्रधानमंत्री आवास योजना से मिला आशियाना

राजनांदगांव: राजनांदगांव नगर पालिक निगम के वार्ड क्रमांक 1 बाबूटोला निवासी श्रीमती प्रेमा सोनकर अपने दो बच्चों के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना के घटक मोर जमीन मोर मकान के तहत बने पक्के घर में खुशी-खुशी जीवन यापन कर रही है। श्रीमती प्रेमा ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का घर बनाने के लिए 2 लाख 26 हजार रूपए की राशि मिली है। जिससे वे अपना स्वयं का घर बना पाई है। श्रीमती प्रेमा ने बताया कि पति से विवाह विच्छेद होने के बाद उन्हें आजीविका चलाने में दिक्कत हो रही थी। अपनी आजीविका के लिए वे नगर पालिक निगम में डोर-टू-डोर कचरा सेंटर सुपरवाईजर के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं। श्रीमती प्रेमा स्वच्छता दीदी के रूप में काम करते हुए थोड़े-थोड़े पैसे एकत्रित कर उन पैसों से एक छोटी सी जमीन खरीदी और उसी जमीन पर प्रधानमंत्री आवास योजना के घटक मोर जमीन मोर मकान के तहत अपने आशियाने को बनाया और सजाया भी। श्रीमती प्रेमा बताती है कि जब वह किराए के घर में रहती थी, तो उसे सदैव चिंता का विषय बना रहता था कि किराए के घर को खाली करने, समय पर किराया न देने पर भय बना रहता था। किराये के मकान से परेशान होकर अपना स्वयं का घर बनाने की इच्छा थी। प्रेमा अपनी सोच को साकार करने के लिए कुछ वर्षों बाद जमीन खरीद कर अपने नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवेदन किया, आवास की स्वीकृति आने पर प्रेमा ने थोड़े बहुत पैसे कहीं से उधार लेकर उस राशि को अंशदान के रूप में आवास निर्माण के समय लगा कर आज एक सुन्दर सुविधायुक्त अच्छा आवास का निर्माण करवाया है। प्रधानमंत्री आवास योजना सपनों को पूरा करने की कुंजी है, आज प्रेमा टाइल्स लगे सुंदर व्यवस्थित किचन वाले घर में रहते हुए अपने दोनों बच्चों के भविष्य को संवारने की बात कहती है, रोटी, कपड़ा और मकान तीनों मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए शासन ने सहयोग किया है। श्रीमती प्रेमा ने बताया कि वे शासन की बहुत सारी योजनाओं का लाभ ले रही हैं। महतारी वंदन योजना के तहत प्रतिमाह राशि मिल रही है। जिसे वे अपनी पुत्री के नाम से 500 रूपए सुकन्या योजना के खाते में जमा करती हैं और कुछ राशि अपने बेटे के नाम पर राशि भविष्य के लिए जमा करती हैं। श्रीमती प्रेमा ने कहा कि स्वच्छता योजना से रोजगार, सर्व शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाई, शासन की उज्ज्वला योजना के माध्यम से रसोई गैस, अमृत मिशन योजना से स्वच्छ पेयजल और शासन की नि:शुल्क खाद्यान्न योजना का लाभ मिल रहा है। श्रीमती प्रेमा ने कहा कि उनको शासन-प्रशासन से आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक रूप से सहयोग मिला है इसके लिए उन्होंने केन्द्र एवं राज्य शासन को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया है।